
सावन की शिवरात्रि… यानी वो दिन जब देशभर के शिव भक्त अलार्म नहीं, “हर हर महादेव” के जज़्बे से उठते हैं। भोलेनाथ की कृपा पाने का ये मौका साल में सिर्फ एक बार आता है, और भक्तगण इसे मिस नहीं करना चाहते — चाहे वो व्रत में हों, या व्रत के बहाने फलाहारी समोसे में।
इस दिन शिव मंदिरों में ऐसी भीड़ होती है कि लगता है जैसे सबको एक साथ “मोक्ष एक्सप्रेस” पकड़नी है। कई भक्त बेलपत्र की तलाश में जंगल में जाते हैं, तो कुछ लोग WhatsApp से PDF भेजकर पूजा कर लेते हैं।
पर सवाल ये है — सावन की शिवरात्रि में क्या करें, क्या न करें, और क्या बस दिखावा न बनाएं?
आइए जानते हैं, भोले के भक्तों के लिए एक भक्तिभाव से भरा सुपर गाइड!
1. सुबह उठते ही भोलेनाथ को स्मरण करें — लेकिन अलार्म से नहीं, भाव से!
शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठना ज़रूरी है। लेकिन “जल्दी” का मतलब 11 बजे नहीं — सूरज से पहले!
अगर आप भी हर बार Snooze मारते हैं, तो इस बार “हर हर महादेव” वाला अलार्म ट्राय करें। नहाने के बाद साफ़ कपड़े पहनें — हाँ, वही जो माँ बार-बार कहती है “पूजा वाले दिन ये मत पहनना!”
2. पूजा सामग्री में भूल से भी ‘नहीं’ चढ़ाएं – और हाँ, बेलपत्र तो सही वाला लाना!
भोलेनाथ को जो चीज़ें प्रिय हैं, वो लिस्ट बनाना जरूरी है।
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DOs: बेलपत्र (तीन पत्तों वाला), दूध, दही, शहद, गंगाजल, भस्म, भांग
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DON’Ts: तुलसी, केतकी का फूल, नकली भक्ति (या नकली बेलपत्र!)
और हाँ, एक बेलपत्र 10 भक्तों में शेयर मत करिए – भोलेनाथ भी कन्फ्यूज़ हो जाते हैं कि किसकी मनोकामना पहले पूरी करें।
3. जल नहीं, भाव से चढ़ाएं — शिव जी RO Water नहीं मांगते!
पूजा करते समय शिवलिंग पर जल चढ़ाना पारंपरिक है। लेकिन कृपया ध्यान दें: शिवलिंग पर Bisleri की बोतल उलट देना भक्ति नहीं, बजट की बर्बादी है।
गंगाजल न मिले तो साफ पानी भी चलेगा — पर भाव में डबल फिल्टर होना चाहिए।
4. व्रत रखें, लेकिन Insta Story का व्रत न तोड़ें!
अगर व्रत रखा है, तो आधा दिन बिना सोचे काटना मुश्किल है। पर कुछ भक्त Instagram पर #FastingForBholeBaba डालकर फल-सलाद की बुफे पोस्ट कर रहे होते हैं।
“सच्चा व्रत वो है जिसे स्टोरी में नहीं, आत्मा में रखा जाए।” – भोलेनाथ (कहीं तो कहा होगा)
5. शिव मंत्र जाप करें — लेकिन DJ न बनें!
“ॐ नमः शिवाय” का जाप ध्यानपूर्वक करें। भक्ति में ध्वनि ज़रूरी है, लेकिन Sound System ज़रूरी नहीं। कृपया अपने Bluetooth speaker को आराम दें, और अपने दिल को Volume बढ़ाने दें।
6. शिव जी से माँगे सबकुछ – पर एक्स को वापस मत माँगिए
हर शिवरात्रि पर कुछ भक्त मंदिर में खड़े होकर कहते हैं- “भोलेनाथ, उसे वापस भेज दो…”
भोलेनाथ सबकी सुनते हैं, लेकिन पुराना लव रिटर्न पॉलिसी उनके विभाग में नहीं है।
इसलिए अपने लिए नया “सच्चा शिव भक्त” साथी माँगिए — जो आपके जैसे व्रत रखे, पर खीर खुद बनाए।
7. प्रसाद खुद खाएं, दूसरों को भी खिलाएं – और ये आखिरी बेलपत्र Insta पे मत डालें
पूजा के बाद प्रसाद में अगर खीर बनी हो तो उसका पहला चम्मच खुद के लिए बचा लीजिए। कुछ भक्त दूसरों को इतना खिला देते हैं कि खुद को केवल ‘भोले की कृपा’ पर छोड़ देते हैं। और आखिरी टिप: प्रसाद का फोटो नहीं, उसका भाव शेयर कीजिए।
भक्ति में भोलापन ज़रूरी है, लेकिन मूर्खता नहीं
सावन की शिवरात्रि भोलेनाथ की भक्ति और आत्मशुद्धि का पर्व है। पर इसमें दिखावा, सोशियल मीडिया सर्कस, और बेलपत्र के नाम पर पत्तागोभी चढ़ाना — ये सब शिव नीति के खिलाफ है। इसलिए इस बार शिवरात्रि को सिर्फ “ट्रेंड” नहीं, “ट्रांसफॉर्मेशन” का मौका बनाइए।
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