दिन: वही जो हर बार होता है
जगह: वही पुराना बंगला
मौसम: चुनावी
पात्र: रॉबर्ट वाड्रा, ED अफसर, और बेचारे कानून के पन्ने
ओपनिंग सीन:
ईडी की जीप वाड्रा हाउस के सामने रुकती है
डोर बेल बजती है…
वाड्रा जी दरवाजा खोलते हैं, चेहरे पर शांति और पीछे से “तेरे नाम” वाला बैकग्राउंड म्यूजिक…
वाड्रा: “अरे आप लोग फिर? चाय लाऊँ या FIR?”
ईडी अफसर: “आज तो सिर्फ़ पूछताछ है, लेकिन बिस्किट के साथ जमीन के काग़ज़ भी ले आना।”
पूछताछ के हिट डायलॉग:
ED: “राजस्थान की वो ज़मीन आपने कैसे खरीदी?”
वाड्रा: “भाईसाहब, वो तो OLX पर ‘एक बार इस्तेमाल की गई’ जमीन थी!”
ED: “और हरियाणा में?”
वाड्रा: “मैं तो बस घूमने निकला था, जमीन खुद फॉलो करके घर तक आ गई।”
सोशल मीडिया की गूंज:
@PoliticalTandoor:
“ED और वाड्रा की केमिस्ट्री देख कर तो करण जौहर भी बोले – इस पे फिल्म बनानी चाहिए, ‘कुछ कुछ जमीन है’!”
@MEME_MAHARAJ:
“अगर वाड्रा की जमीनें जोड़ ली जाएं, तो GPS गूगल से हटकर ‘Vadra Maps’ बन जाए!”
ब्लॉगर बोले:
“ED की कार्रवाई हो या न हो, पर हमारी वेबसाइट की ट्रैफिक ज़रूर बढ़ जाती है!”
Netflix Originals Pitch:
Title: “Land Ho Gaya”
Plot: एक ऐसा व्यक्ति जो जहां खड़ा होता है, वहां की जमीन अपने आप उसके नाम ट्रांसफर हो जाती है।
Tagline:
“कुछ लोग दिल जीतते हैं, कुछ लोग वोट…
वाड्रा जी ने तो पूरी ज़मीन ही जीत ली!”
ED और रॉबर्ट वाड्रा का रिश्ता अब इतना पुराना हो चुका है कि लोग कहने लगे हैं –
“इतिहास में अकबर-बीरबल पढ़ते थे, अब वाड्रा-ईडी पढ़ेंगे!”