बुलेट ट्रेन से लेकर 10 ट्रिलियन Yen इन्वेस्टमेंट तक, जानिए 5 बड़ी बातें

साक्षी चतुर्वेदी
साक्षी चतुर्वेदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी 5 दिवसीय विदेश यात्रा के पहले चरण में शुक्रवार को टोक्यो, जापान पहुंचे, जहां उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ 15वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के बीच रक्षा, निवेश, टेक्नोलॉजी, क्वाड और बुलेट ट्रेन जैसे कई अहम मुद्दों पर सहमति बनी।

साथ ही, शिखर सम्मेलन के बाद साझा घोषणापत्र भी जारी किया गया, जिसमें भविष्य के सहयोग की दिशा स्पष्ट की गई।

1. बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को मिलेगा जापानी ‘शिंकनसेन’ बूस्ट

जापान ने भारत में चल रहे मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए अपनी अत्याधुनिक शिंकनसेन तकनीक देने का वादा किया है। इससे न केवल ट्रेन की स्पीड, बल्कि सुरक्षा और दक्षता में भी इजाफा होगा।

2. 10 ट्रिलियन Yen का निवेश

जापान अगले 10 वर्षों में भारत में 10 ट्रिलियन Yen (लगभग ₹5.5 लाख करोड़) का निवेश करेगा। यह निवेश सेमीकंडक्टर, रोबोटिक्स, जहाज निर्माण, शिक्षा और न्यूक्लियर एनर्जी जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा।

3. 5 लाख लोगों का आदान-प्रदान कार्यक्रम

भारत और जापान ने अगले 5 वर्षों में 5 लाख लोगों के द्विपक्षीय आदान-प्रदान पर सहमति जताई है। इनमें 50,000 कुशल भारतीय पेशेवरों को जापान भेजा जाएगा, जो जापान की अर्थव्यवस्था में योगदान देंगे।

4. इंडो-पेसिफिक पर साझा दृष्टिकोण

दोनों देशों ने “मुक्त, खुला, समावेशी और नियम-आधारित इंडो-पेसिफिक” की प्रतिबद्धता दोहराई। पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में बढ़ती आक्रामकता पर “गंभीर चिंता” व्यक्त की गई।

5. क्वाड समिट के लिए निमंत्रण

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री इशिबा को इस वर्ष भारत में आयोजित होने वाले Quad Leaders’ Summit में भाग लेने का औपचारिक निमंत्रण दिया। दोनों देशों ने क्वाड को एक महत्वपूर्ण और स्थायी क्षेत्रीय मंच बताया।

PM मोदी का शेड्यूल – 30 अगस्त (शनिवार)

समय (भारतीय समय अनुसार) कार्यक्रम
सुबह 6:00 बजे राष्ट्रीय राज्यपाल संघ से बातचीत
सुबह 9:30 बजे जापान PM इशिबा के साथ लंच
सुबह 10:50 बजे टोक्यो इलेक्ट्रॉन फैक्ट्री का दौरा
दोपहर 12:00 बजे तियानजिन, चीन के लिए रवाना
शाम 4:10 बजे चीन के बिन्हाई एयरपोर्ट पर आगमन

आगे का पड़ाव: चीन

टोक्यो शिखर सम्मेलन के बाद, PM मोदी शनिवार को चीन के लिए रवाना होंगे, जहां वे तियानजिन में व्यापारिक नेताओं और चीनी समकक्षों से मुलाकात करेंगे।

भारत-जापान रिश्तों में नई रफ़्तार

PM मोदी का यह दौरा भारत-जापान के संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाला साबित हो सकता है। खासकर, बुलेट ट्रेन और तकनीकी सहयोग जैसे कदम भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर और स्किल डेवेलपमेंट को मजबूती देंगे।

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