
लोकसभा चुनाव के बाद बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। राहुल गांधी के आरोपों की चिंगारी अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि नोएडा से समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष डॉ. आश्रय गुप्ता ने सीधे चुनाव आयोग पर “वोट चोरी” का बड़ा इल्ज़ाम लगा दिया। जी हां, डेमोक्रेसी का GPS खराब हो गया है क्या?
सेक्टर-51 की वोटर लिस्ट में 0 नंबर का बवाल
सपा अध्यक्ष के मुताबिक, उन्होंने नोएडा विधानसभा क्षेत्र 61 के सेक्टर-51 में खुद अपने बूथ की वोटर लिस्ट की जांच की और पाया कि वहां कई वोटरों का पता “जीरो नंबर” (0) बताया गया है।
अब सवाल ये उठता है कि ये जीरो नंबर क्या है? वोटर का पता है या कोई OTP?
चुनाव आयोग के मुताबिक, जिन घरों का नंबर नहीं होता, वहां 0 डाल दिया जाता है। लेकिन गुप्ता का कहना है कि सेक्टर-51 में हर घर नंबर से लैस है, तो फिर ये “0 खेल” क्यों?
1 घर = 487 वोट?
सिर्फ जीरो नंबर ही नहीं, गुप्ता जी ने जो सबसे चौंकाने वाली बात कही वो ये है कि एक ही पते पर 487 वोट दर्ज हैं! यानी अगर वहां रहने वाले लोग वाकई वोट डालने निकलें, तो पूरी कॉलोनी को “फुटपाथ वोटिंग स्टेशन” बना देना पड़े।
कोई अपने रेंटेड 2BHK में 487 लोगों को कैसे रख सकता है? ये या तो कोई “VoteBnB” स्टार्टअप है, या फिर वोटर लिस्ट बनाने वालों ने गणित CBSE बोर्ड से नहीं, WhatsApp यूनिवर्सिटी से पढ़ा है।
“चुनाव आयोग से जवाब चाहिए, बहाना नहीं” – सपा
डॉ. गुप्ता ने जिला निर्वाचन अधिकारी और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सीधा सवाल उठाया है। उनका कहना है कि इतनी बड़ी गलती “ग़लती” नहीं बल्कि “गड़बड़ी” है।

“अगर ये गलती है, तो सुधारिए। अगर गड़बड़ी है, तो समझाइए – कौन कर रहा है?”
विपक्ष vs आयोग: सियासत गरम है
राहुल गांधी पहले ही चुनाव आयोग को “vote chor” घोषित कर चुके हैं। अब जब यूपी की ज़मीन पर भी वही सुर सुनाई दे रहे हैं, तो ECI को सवालों के जवाब तो देने ही पड़ेंगे। हालांकि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेसवार्ता में राहुल को जवाब दे दिया था, पर ग्राउंड पर जनता की नजर रिजल्ट से ज़्यादा अब “वोटर लिस्ट” पर है।
क्या होगा आगे?
-
क्या ECI जांच करेगा इस फर्जीवाड़े का?
-
क्या ये ग़लतियाँ थीं या एक संगठित साज़िश?
-
क्या सपा के आरोप सही साबित होंगे या फिर राजनीति का नया ड्रामा है?