
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत में जासूसी के नेटवर्क की परतें एक-एक कर खुल रही हैं। ताज़ा मामला गुजरात के कच्छ ज़िले का है, जहाँ से एक मल्टीपर्पस हेल्थ वर्कर सहदेव सिंह गोहिल को गिरफ्तार किया गया है।
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उस पर आरोप है कि वह भारतीय नेवी और बीएसएफ से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां और लोकेशन की तस्वीरे पाकिस्तान के हैंडलर को भेज रहा था।
कैसे जुड़ा सहदेव गोहिल पाकिस्तान से?
जांच में पता चला कि साल 2023 में सहदेव ने ‘अदिति भारद्वाज’ नाम की महिला से व्हाट्सएप पर संपर्क किया था। लेकिन अदिति, वास्तव में एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की एजेंट थी। उसके कहने पर सहदेव ने भारतीय नौसेना और सीमा सुरक्षा बल की लोकेशन से जुड़ी तस्वीरें और जानकारियाँ शेयर की।
ATS SP सिद्धार्थ ने बताया कि ‘अदिति भारद्वाज’ का व्हाट्सएप अकाउंट पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा था।
मानवता का नकाब, मंशा देशद्रोह की
सहदेव गोहिल, जो एक सरकारी हेल्थ वर्कर है — एक ऐसा व्यक्ति जिससे समाज को सेवा और स्वास्थ्य की उम्मीद होती है — वह देश के खिलाफ साजिश में शामिल निकला। यह मामला सिर्फ देशद्रोह नहीं, भरोसे के कत्ल का भी है।

फोन, चैट और इलेक्ट्रॉनिक सबूत
गुजरात ATS ने सहदेव को 1 मई को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद FSL को उसका मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भेजे गए हैं। फोन में मौजूद चैट्स, फोटो और डेटा से आने वाले समय में और खुलासों की उम्मीद है।
केस दर्ज और कानूनी प्रक्रिया
ATS ने भारतीय दंड संहिता की धारा 61 और 148 के तहत सहदेव और अदिति भारद्वाज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। यह केस राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, और इसे बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है।
जुड़ते जा रहे हैं तार — हरियाणा की यूट्यूबर भी गिरफ्त में
इससे पहले, हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को भी पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में रहकर संवेदनशील जानकारी ISI को देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जांच एजेंसियां अब इस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी हैं।
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जहाँ देश की सीमाएं दुश्मनों से सुरक्षित रखने के लिए फौज खड़ी है, वहीं कुछ अंदरूनी लोग पैसे या झूठी पहचान के लालच में देश की नींव कमजोर कर रहे हैं। गुजरात ATS की यह कार्रवाई सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, एक चेतावनी है — कि दुश्मन अब वर्दी में नहीं, हमारे ही बीच छुपे हो सकते हैं।