
दक्षिण-पश्चिम मानसून अब पूरी तरह एक्टिव मोड में है। बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र और चक्रवाती हवाओं की वजह से देश के कई हिस्सों में तेज बारिश का दौर जारी है। इससे पहाड़ी राज्यों में भूस्खलन और मैदानी इलाकों में जलभराव जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
आज कहां-कैसा रहा मौसम?
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दिल्ली-NCR में बादल छाए रहे और हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
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UP के गाजीपुर, गोरखपुर, बलिया में तेज बारिश, जबकि मेरठ और आगरा में भी अच्छी बारिश हुई।
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हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से 3 नेशनल हाईवे समेत 400 सड़कें बंद।
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जम्मू-कश्मीर के रियासी, पुंछ, सांबा, कठुआ में मूसलाधार बारिश।
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गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी तेज बारिश दर्ज की गई।
अगले 7 दिन कैसा रहेगा मौसम?
IMD (भारतीय मौसम विभाग) के मुताबिक, 14 से 19 अगस्त के बीच देश के कई राज्यों में बहुत भारी बारिश की संभावना है।
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उत्तर भारत: हिमाचल, उत्तराखंड, J&K में बाढ़ व लैंडस्लाइड का अलर्ट।
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पूर्वोत्तर भारत: असम, मेघालय, नागालैंड में बिजली के साथ बारिश की चेतावनी।
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दक्षिण भारत: तेलंगाना, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश में 14 से 19 अगस्त के बीच भारी बारिश।

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मध्य भारत: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ में गरज चमक के साथ तेज बारिश।
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पश्चिम भारत: गुजरात, कोंकण, गोवा, मराठवाड़ा में भारी वर्षा की आशंका।
दिल्ली में कैसा रहेगा मौसम?
13 अगस्त को दिल्ली में अधिकतम तापमान 35°C और न्यूनतम 26.8°C रहा। नमी 70% तक पहुंची। हल्की ठंडक और जलभराव की स्थिति देखने को मिली।
15 अगस्त को भी दिल्ली में बारिश के साथ बादल छाए रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने 19 अगस्त तक बारिश का अनुमान जताया है।
भारी बारिश से कहां-कहां अलर्ट? (राज्यवार अपडेट)
| राज्य/क्षेत्र | तारीखें | अनुमानित स्थिति |
|---|---|---|
| उत्तराखंड, HP, J&K | 14-19 अगस्त | भारी से बहुत भारी बारिश, लैंडस्लाइड अलर्ट |
| दिल्ली-NCR, UP, पंजाब, हरियाणा | 14-16 अगस्त | मध्यम से तेज बारिश, ट्रैफिक प्रभावित |
| महाराष्ट्र, गुजरात | 14-19 अगस्त | मूसलाधार बारिश, बिजली गिरने की संभावना |
| पूर्वोत्तर भारत | 14-17 अगस्त | गरज चमक के साथ बारिश, बाढ़ का खतरा |
| केरल, कर्नाटक, आंध्र | 14-19 अगस्त | बहुत भारी बारिश, जलभराव की आशंका |
क्यों बना ये मौसमी सिस्टम इतना खतरनाक?
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बंगाल की खाड़ी में बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन समुद्र तल से 7.6 KM ऊंचाई तक सक्रिय है।
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यह प्रणाली उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रही है और अगले 24 घंटे में और मजबूत हो सकती है।
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अरब सागर, पूर्वी UP, असम और गुजरात के आस-पास भी ऊपरी हवा का दबाव बना हुआ है, जो और बारिश को बढ़ावा देगा।
आगामी सप्ताह भारत में मानसून की सबसे तीव्र गतिविधियों में से एक साबित हो सकता है। लोगों को IMD के अपडेट्स पर नजर रखने, बिना जरूरत बाहर ना निकलने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी जाती है। विशेष रूप से पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा टालें।
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