
मथुरा के यमुना एक्सप्रेसवे पर घने कोहरे ने मंगलवार को भीषण हादसे की शक्ल ले ली। विज़िबिलिटी लगभग शून्य होने के कारण एक के बाद एक कई वाहन आपस में टकरा गए। टक्कर के तुरंत बाद वाहनों में आग लग गई, जिससे पूरा इलाका धुएं और लपटों से घिर गया।
8 बसें और 3 कारें आग की चपेट में
हादसे में कुल 8 बसें और 3 कारें आग की चपेट में आ गईं। आग इतनी तेजी से फैली कि यात्रियों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। कई लोगों ने बसों से कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई, जबकि कुछ लोग आग में फंस गए।
13 की मौत, 25 घायल
इस दर्दनाक हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 लोग घायल हुए हैं। घायलों को तुरंत एंबुलेंस के जरिए नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
कहां और कैसे हुआ हादसा
यह दुर्घटना बलदेव थाना क्षेत्र के अंतर्गत गांव खड़ेहरा, माइलस्टोन नंबर 125 के पास हुई। आगरा से नोएडा की ओर जा रहे वाहन घने कोहरे में सामने खड़ी गाड़ी को समय रहते नहीं देख पाए और पीछे से टकराते चले गए। इसके बाद एक्सप्रेसवे पर अफरा-तफरी मच गई।
दमकल की 10 से ज्यादा गाड़ियां मौके पर
हादसे की सूचना मिलते ही 10 से अधिक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। सुरक्षा के लिहाज से पूरे एक्सप्रेसवे को खाली कराया गया और ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया गया।

प्रशासन और पुलिस मौके पर
घटना की गंभीरता को देखते हुए SSP श्लोक कुमार और DM सीपी सिंह भी मौके पर पहुंचे। क्रेन की मदद से जले हुए वाहनों को हटाया गया, जिसके बाद एक लेन को धीरे-धीरे यातायात के लिए खोला गया।
कोहरे को बताया गया हादसे की मुख्य वजह
पुलिस के मुताबिक, हादसे की मुख्य वजह घना कोहरा और जीरो विज़िबिलिटी है। ड्राइवरों को सड़क पर खड़ी गाड़ियां दिखाई नहीं दीं, जिससे यह चेन एक्सीडेंट हुआ। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
मुख्यमंत्री योगी ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा सड़क हादसे पर संज्ञान लेते हुए शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए।
सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये। घायलों को 50 हजार रुपये। की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है।
