
लखनऊ की सड़कों पर जब पानी नहीं बहता, तैरता है… और तुम्हारी सैयारा फोन करके कहे, “घंटाघर से 1090 तक एक राइड मारे क्या?”
तो समझो इश्क़ अब मॉनसून मोड में आ चुका है।
लेकिन ठहरो जनाब, ये कोई आम राइड नहीं। ये है एक रेन राइड, जिसमें दिल भी भीगेगा और जूते भी। तो चलिए तैयार करते हैं आपका रेन राइड किट + मानसूनी मस्तमौला प्लेलिस्ट।
1. Waterproof Jacket या Transparent Raincoat
क्योंकि स्टाइल मरे, ये इश्क़ नहीं चाहता।
2. Rubber Sole Shoes
हीरो मत बनो, ब्रोकन हड्डियों में रोमांस नहीं होता।
3. Waterproof Phone Pouch
वो WhatsApp स्टोरी पे घंटाघर की बारिश LIVE दिखानी है ना?
4. एक तौलिया, क्योंकि कोई नहीं जानता कब ‘सईयां भीग जाएं’
5. मिरर और टच-अप किट (Girls Special)
बारिश भले रोमांटिक हो, लेकिन mascara बहा तो आँखें नहीं, लुक्स रो देंगे।
6. Airtight snacks – मखाना, भुजिया या सैफई से लाई गई नमकीन
(क्योंकि सड़क किनारे भुट्टा भी अब Instagram पर ट्रेंड कर रहा है)
अब बात करते हैं उस MONSOON PLAYLIST की, जो दिल को भीगो देगी
Top 9 Rainy Ride Songs For You & Your Saiyaara:
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“Saiyaara” – Ek Tha Tiger (Obviously! ट्रिगर यही था)
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“Barish” – Half Girlfriend
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“Pyaar Hua Iqraar Hua” – Shree 420 (Old school feels in Lucknow streets)
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“Kabhi Jo Baadal Barse” – Jackpot
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“Phir Le Aaya Dil” – Barfi!
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“Banarasiya” – Raanjhanaa (थोड़ा बनारस टच लखनऊ में चलता है)
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“Ilahi” – Yeh Jawaani Hai Deewani
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“Aaj Mausam Bada Beimaan Hai” – Loafer (पुराना लेकिन फिट)
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“Bekhayali” – Kabir Singh (अगर ब्रेकअप वाला सैयारा हो)
Pro Tip: Bluetooth speaker छोटा ले जाना, गाड़ी की डिक्की में नहीं – कहीं वो भी झम्फाद में डूब गया तो… ऑडियो कांड।
रूट Map (घंटाघर to 1090) – बारिश की स्टोरी लिखेगी खुद
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Start: घंटाघर – बारिश की बूंदों के बीच पुराने लखनऊ की इमारतें जब भीगती हैं, तो लगता है शहर महबूब बन गया।
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Mid-Stop: हजरतगंज – Café Coffee Day के पास बाइक धीरे करना, Instagram वालों की बरसाती रील वहीं बनती है।
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End: 1090 – जहाँ बारिश में प्रेम कहानियां पनपती हैं और सिंगल लोग चाय में बिस्किट डुबोते हैं।
“जो रेन राइड में हेलमेट नहीं पहनते, वो अगले जन्म में सिंगल सैयारा बनते हैं।”
“और जो बारिश में सफेद कपड़े पहनते हैं, वो traffic वाले की Insta स्टोरी पर ट्रेंड करते हैं।”
लखनऊ में रेन राइड कोई ट्रिप नहीं, एक एहसास है।
जहां मोमोज़ से ज़्यादा ज़रूरी हो जाती है बाइक की बैलेंसिंग और सैयारा की स्माइल। तो इस झमाझम में ना कहना, “अरे बारिश है, निकल नहीं सकते।” बल्कि कहना: “गियर में इश्क़ है, और बारिश में बहाना नहीं – बस निकल पड़ो!”