
लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र में स्थित काशीराम कॉलोनी में बुधवार रात नवरात्रि जागरण के दौरान उस वक्त बवाल हो गया जब भक्तों की टोली ‘जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे’ गाने के साथ लौट रही थी। गाने को लेकर दो युवकों ने विरोध जताया और देखते ही देखते बात पथराव तक पहुंच गई।
डीजे पर भक्ति गीत बज रहा था, नशे में धुत युवकों ने किया विरोध
श्रद्धालुओं की टोली ज्योति लेकर ज्वाला माता मंदिर से लौट रही थी। जैसे ही वह सदरौना के पास पहुंची, डीजे पर ‘जो राम को लाए हैं…’ बज रहा था। उसी दौरान इलाके में मौजूद दो नशे में धुत युवकों ने इस गीत पर आपत्ति जताई और डीजे बंद कराने की मांग की।
कहासुनी से हिंसा में बदला माहौल, ईंट-पत्थर चलने से 3 लोग घायल
अंशु गौतम, अक्षय पाल और सत्यम पाल ने स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन नशे में धुत युवकों ने अचानक ईंट-पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इससे तीनों श्रद्धालु घायल हो गए और मौके पर अफरा-तफरी मच गई। श्रद्धालुओं में डर का माहौल बन गया।
मौके पर पहुंची पुलिस, हमलावर फरार
बवाल की सूचना मिलते ही पारा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इंस्पेक्टर सुरेश सिंह ने स्थिति को काबू में लिया और ज्योति को सुरक्षित जागरण स्थल तक पहुंचाया गया। पुलिस फिलहाल पीड़ित पक्ष की तहरीर का इंतजार कर रही है।
हमलावरों की पहचान जारी, होगी सख्त कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलते ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। दोनों युवकों की पहचान की जा रही है। सांप्रदायिक तनाव से बचने के लिए पुलिस सतर्क है और पूरे इलाके में शांति बनाए रखने की अपील की गई है।
श्रद्धा के मौके पर हिंसा का दाग
नवरात्रि जैसे पवित्र उत्सव के मौके पर इस तरह की घटना न केवल धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द पर भी सवाल खड़े करती है। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि ऐसे मामलों में तुरंत और सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि आगे इस तरह की घटनाएं दोहराई न जाएं।