
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहारवासियों के लिए ट्रेनों में हो रही भारी भीड़ पर भारी नाराज़गी जताई। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर लिखा कि “मेरे बिहारवासियों को अमानवीय तरीके़ से ट्रेनों में सफ़र करना पड़ रहा है।”
12 हज़ार स्पेशल ट्रेनों का बड़ा वादा… और हकीकत
केंद्र सरकार ने दिवाली-छठ के मौके पर यात्रियों की सुविधा के लिए 12,000 स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी। लेकिन लालू यादव का कहना है कि यह “सफेद झूठ” निकला। उन्होंने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, “झूठ के बेताज बादशाह और जुमलों के सरदार ने शेखी बघारते हुए कहा था कि देश की कुल 13,198 ट्रेनों में से 12 हज़ार रेलगाड़ियां बिहार के लिए चलाई जाएंगी।”
बिहार के पलायन का दर्द: 20 सालों की कहानी
लालू ने कहा कि एनडीए सरकार की गलत नीतियों के कारण बिहार के चार करोड़ लोग हर साल काम की तलाश में दूसरे राज्यों में जाते हैं। उनका आरोप है कि यूपीए के बाद से बिहार में कोई बड़ा उद्योग नहीं लगा, जिससे पलायन और बढ़ा।
डबल इंजन सरकार पर कटाक्ष
RJD प्रमुख ने कटाक्ष किया, “लोक आस्था के महापर्व छठ पर भी ये लोग रेलगाड़ियां ढंग से नहीं चला सकते। कितना शर्मनाक है!”

ट्रेनों की बजाय ‘भीड़ के झूले’
लालू का संदेश साफ़ है: छठ पर्व पर बिहारवासी ट्रेन में नहीं, बल्कि भीड़ के झूले पर सफ़र कर रहे हैं।
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