
जम्मू के कठुआ ज़िले के जुठाना गांव में धर्म, राजनीति और ड्रामा का अनोखा संगम देखने को मिला। एक वाहन पर डंडों से सजी भीड़ ने ऐसा ‘वेलकम’ किया कि शीशे तक शर्मिंदा हो गए। वायरल वीडियो में कई लोग हाथों में डंडे और गुस्सा लिए गाड़ी पर टूट पड़ते दिखे। कुछ तो गाड़ी में घुसकर अंदर बैठे लोगों की ओपन-एयर पिटाई करते भी दिखे। और हां — पुलिस भी मौजूद थी, पर शायद मूक दर्शक की भूमिका में।
पुलिस की एक्शन-रिपोर्ट: “सस्पेंड करो, जांच बैठाओ, आगे देखेंगे”
इस मामले में आठ पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं — क्योंकि वो “सीन” के दौरान फ्रेम में ज़रूर थे, पर एक्शन में नहीं। एसएसपी कठुआ मोहिता शर्मा ने बताया कि अब तक दो लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं और जांच जारी है।
हालांकि, अब तक यह साफ नहीं हुआ कि वाहन में कौन लोग सवार थे। अफवाह है कि वे केरल के ईसाई धर्म प्रचारक थे, लेकिन पुलिस ने कहा — “फिलहाल कुछ कहना जल्दबाज़ी होगी।”
वीएचपी का विरोध — “धर्मांतरण बंद करो” से “धर्मयुद्ध शुरू करो”?
घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा खोला। उन्होंने ईसाई मिशनरियों की गतिविधियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
कहते हैं यह प्रदर्शन “शांतिपूर्ण” था, पर वीडियो देखकर लगता है कि शांति ने वहीं से इस्तीफ़ा दे दिया।

देश में हर चीज़ से पहले आता है ‘धर्म’
भारत में अब कोई घटना बिना धर्म-टैग के पूरी नहीं होती। कठुआ में भी वही पुरानी स्क्रिप्ट — “वो कौन थे, हम कौन हैं, और पुलिस क्या कर रही थी?”
इसका जवाब शायद अगली जांच में मिलेगा… या अगले वायरल वीडियो में।
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