
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में G7 सम्मेलन की सफल मौजूदगी के बाद, अपने तीन देशों के यूरोप टूर के अंतिम पड़ाव की ओर रुख कर लिया है — और इस बार वे पहुँचे हैं क्रोएशिया, जहां इससे पहले कोई भारतीय प्रधानमंत्री केवल गूगल मैप पर ही पहुंचा होगा।
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“क्रोएशिया Calling”: पहली बार भारतीय पीएम पहुंचे एड्रियाटिक किनारे
मोदी जी के इस दौरे की खास बात ये है कि वे क्रोएशिया पहुंचने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बन गए हैं। एक ओर जनता सोच रही थी कि अगला पड़ाव पेरिस या रोम होगा, मगर मोदी जी बाल्कन देशों में घूमने का मन बना बैठे।
भारत-क्रोएशिया दोस्ती: व्यापार और तकनीक का नया समीकरण?
सरकारी एजेंडा कहता है कि इस दौरे का मकसद व्यापार, तकनीक, संस्कृति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मज़बूती देना है। मतलब – जितना हो सके उतना MoU साइन करना, फोटो खिंचवाना और एक नया इंस्टाग्राम पोस्ट बनाना!
क्रोएशिया से रक्षा और ऊर्जा में गठबंधन की तैयारी?
भारत अब सिर्फ दोस्त नहीं, रणनीतिक साझेदार ढूंढ रहा है — और क्रोएशिया, जो कि NATO और EU का सदस्य है, उसे ‘नया जिगरी’ बनाने का सही मौका है। रक्षा, ऊर्जा, और विज्ञान के क्षेत्र में गहरी बातचीत की उम्मीद जताई गई है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें से कम से कम एक बातचीत में चाय ज़रूर शामिल थी।
क्रोएशिया क्यों ज़रूरी है भारत के लिए?
अब सवाल यह है — भारत को क्रोएशिया से क्या मिलेगा?
यूरोप और पश्चिम एशिया के बीच सेतु जैसी भौगोलिक स्थिति
एड्रियाटिक सागर के तट पर मजबूत नौसैनिक उपस्थिति
आईटी, मेडिकल और ऊर्जा सेक्टर में तकनीकी बढ़त
और हां, पर्यटन के नए स्कोप — क्योंकि हर विदेश नीति में थोड़ा बहुत ट्रैवल ब्लॉगिंग ज़रूरी है।
विदेश नीति या यूरोप यात्रा सीरीज़?
मोदी जी का ये दौरा भारत की नई विदेश नीति का हिस्सा है — जिसमें छोटे लेकिन सामरिक रूप से महत्वपूर्ण देशों के साथ रिश्ते बनाना प्राथमिकता बन गया है। लेकिन सच्चाई यह भी है कि अब हर देशवासी सोच रहा है कि क्या ये दौरे साफ्ट पावर एक्सपेंशन हैं या “एक और देश देखने चलें” योजना का हिस्सा।
कूटनीति और कैमरे – दोनों पर फोकस
मोदी सरकार की विदेश नीति अब “देखो दुनिया, हम भी यहीं हैं” मोड में है। क्रोएशिया दौरा इसी रणनीति का हिस्सा है — जहां कूटनीति की चाशनी में विदेश यात्रा का स्वाद भी बना रहे।
और हां, अगला पड़ाव कहां होगा? शायद आइसलैंड, या फिर कोई ऐसा देश जो हमने सिर्फ वर्ल्ड कप फुटबॉल में सुना हो!
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