
उत्तर प्रदेश की सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर अब सफर के साथ खर्च भी तय हो गया है।
UPEIDA (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) ने ऐलान किया है कि 1 अगस्त 2025 से टोल टैक्स लागू कर दिया गया है।
अब जो गाड़ियाँ अभी तक “फ्री फ्री फ्री” में फर्राटे मार रही थीं, उन्हें भी अब “रुकिए भाई, टोल दीजिए” सुनना पड़ेगा।
91 किलोमीटर लंबा, लेकिन जेब पर कितना भारी?
यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से आजमगढ़ को जोड़ता है और लखनऊ की ओर भी रास्ता आसान बनाता है। अब आइए जानते हैं कि आपकी गाड़ी पर कितना भार पड़ेगा:
वाहन का प्रकार | टोल टैक्स (एक तरफ) |
---|---|
दोपहिया वाहन | ₹140 |
कार/जीप/वैन | ₹285 |
हल्के कमर्शियल वाहन | ₹440 |
बस/ट्रक | ₹840 |
भारी निर्माण वाहन | ₹1335 |
अति-भारी वाहन | ₹1745 |
मतलब अब झूले सिर्फ मेलों में फ्री होंगे, 91 किलोमीटर की राइड अब पे-पर-व्यू में बदली!
वापसी का सफर: कुछ राहत भी है
UPEIDA ने बताया कि यदि आप 24 घंटे के भीतर वापसी कर लेते हैं, तो आपको पूरा टोल नहीं देना होगा।
उदाहरण:
अगर एक तरफ का टोल ₹100 है, तो रिटर्न के लिए कुल ₹160 ही देने होंगे।
20 बार सफर? फिर मिलेगी टोल छूट!
जो यात्री महीने में 20 बार या उससे अधिक एक्सप्रेसवे का उपयोग करते हैं, उन्हें मिलेगा 20% तक का डिस्काउंट।
जो लोग रोजाना इस सड़क पर ऐसे चलते हैं जैसे अपने आंगन में घूम रहे हों – अब उनके लिए भी थोड़ी राहत की खबर है!
ज़्यादा जानकारी चाहिए? सीधे वेबसाइट पर जाएं
अधिक जानकारी के लिए UPEIDA की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं:
https://upeida.up.gov.in
कनेक्टिविटी सुधरी, अब कीमत भी चुकानी होगी
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे ने गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर और लखनऊ जैसे शहरों के बीच सीधी, फास्ट और सुरक्षित यात्रा को मुमकिन बना दिया है। लेकिन अब से यात्रियों को अपनी जेब भी थोड़ी ढीली करनी होगी।
“सड़कें चमचमाएंगी, लेकिन वॉलेट भी चमक जाएगा – टोल की रसीद से!”
“तेज़ रफ्तार का जमाना है, लेकिन अब फ्री में नहीं चलेगा मामला”
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे अब सिर्फ ट्रैवल नहीं, टोल प्लानिंग का हिस्सा भी बन चुका है। सड़क तो शानदार है, लेकिन अब आपको हर सफर से पहले यह तय करना होगा कि “गाड़ी भराई है या FASTag?”