
बिहार चुनाव 2025 की तैयारी पूरे जोर पर है, और इस बार हर पार्टी अपनी वोटर लिस्ट लेकर मैदान में है — कुछ ग़लत नामों को हटवाने तो कुछ सही नामों को जोड़वाने के चक्कर में।
जानिए आज का दिन आपके लिए क्या लेकर आया है?
विपक्ष का कहना है कि ये वोटर लिस्ट रिव्यू एक ‘छल’ है, और इसे तुरंत रोका जाए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने ठंडी मुस्कान के साथ कहा, “भाई साहब, हम रोक थोड़ी सकते हैं, सुझाव जरूर दे सकते हैं।”
दिलीप जायसवाल बोले: “109 सीटों पर बीजेपी नहीं लड़ेगी, मतलब बिल्कुल नहीं”
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से जब पूछा गया कि क्या बीजेपी 109 सीटों पर लड़ने जा रही है, तो उन्होंने बड़े ही सियासी अंदाज़ में कहा,“मैं प्रदेश अध्यक्ष हूं, मैं कह रहा हूं — ऐसा कभी नहीं होने वाला है। सीट बंटवारा अभी तक हुआ ही नहीं है।”
मतलब?
सीटें अभी बंटी नहीं हैं, लेकिन अफवाहें पहले ही लोकल ट्रेन पकड़ चुकी हैं।
वोटर लिस्ट रिव्यू पर विरोध = “थोड़ा जल्दी मचा रहे हैं हो-हल्ला”
दिलीप जायसवाल ने विपक्ष के बंद और चक्का जाम पर भी टिप्पणी की, “भाइयों-बहनों, अभी तो रिव्यू शुरू हुआ है, दस दिन बाद देखिए नतीजे क्या आते हैं। इतनी जल्दी चक्का जाम क्यों?”
हिंट साफ़ है: बीजेपी चाहती है कि विरोध थोड़ा स्लो मोशन में हो।
“कन्हैया और पप्पू गाड़ी में क्यों नहीं चढ़े?” — जवाब: “नो कमेंट”
धरने में सबसे ज्यादा ट्रैजेडी कॉमेडी तब हुई जब कन्हैया कुमार और पप्पू यादव को ओपन गाड़ी में चढ़ने नहीं दिया गया। पप्पू यादव तो बोले, “चलो निकल लेते हैं।”
कन्हैया कुमार पीछे-पीछे पैदल ही चलते रहे।
जब इस नाटकीय दृश्य पर जायसवाल से पूछा गया तो उनका जवाब फिल्मी था, “मैं इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा।”
(दिल में बहुत कुछ था, पर माइक बंद था।)
बिहार चुनाव की पॉलिटिक्स = Reality Show का सीज़न 15!
एक तरफ वोटर लिस्ट रिव्यू है — जिसमें हर कोई कास्टिंग काउच का शिकार हो रहा है (मतलब वोटर ID vs राशन कार्ड की लड़ाई)। दूसरी तरफ NDA का सीट बंटवारा अब तक बिना स्क्रिप्ट के चल रहा है।
और विपक्ष?
हर दिन कोई नया एपिसोड रिलीज कर रहा है — कभी धरना, कभी बंद, कभी गाड़ी वाला ड्रामा।
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