
कई लोगों को अब भी लगता है कि पेट पर मेहनत करो = पेट अंदर। लेकिन रियलिटी?
“बॉडी कहती है – भाई, मैं स्पॉट रिडक्शन में यकीन नहीं रखती!”
जब आप एक्सरसाइज करते हैं, तो आपका शरीर पूरे सिस्टम से फैट घटाता है। आप पेट को टारगेट कर सकते हैं, लेकिन फैट घटाने का रिमोट कंट्रोल आपके हाथ में नहीं होता।
विज्ञान की ज़ुबानी: क्रंचेस से चर्बी नहीं, सिर्फ़ मसल्स बनती हैं
क्रंचेस और सिट-अप्स आपके पेट की मसल्स (Abs) को टोन करते हैं। यानी अंदर से मजबूत बनाते हैं। लेकिन ऊपर की चर्बी?
“वो बोले – भाई, पहले कैलोरी डेफिसिट लाओ, फिर बात करेंगे!”
Calorie Deficit क्या है?
जब आप खाने से कम कैलोरी लेते हैं और ज़्यादा खर्च करते हैं, तो शरीर फैट को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करता है।
मतलब:
कम खाओ + ज़्यादा हिलो = चर्बी कम
बेली फैट कम करना है? तो सिर से पैर तक काम करना होगा
स्पॉट रिडक्शन नहीं, Smart रिडक्शन अपनाइए। Here’s the real deal:
फुल बॉडी वर्कआउट करें:
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स्क्वाट्स, पुशअप्स, प्लैंक्स, बर्पीज़
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रनिंग, ब्रिस्क वॉक, डांस, स्विमिंग
स्ट्रेंथ + कार्डियो = परफेक्ट फॉर्मूला
हाई प्रोटीन + हाई फाइबर डाइट:
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अंडा, दाल, चना, सब्ज़ियां, ओट्स
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प्रोसेस्ड और मीठा:
नींद पूरी और स्ट्रेस फ्री लाइफ:
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7–8 घंटे की नींद
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कम कॉर्टिसोल = कम पेट की चर्बी
पानी पीजिए, पसीना बहाइए – यही असली डिटॉक्स है!
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दिन में 2.5–3 लीटर पानी
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8,000–10,000 कदम रोज़
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लैपटॉप नहीं, लाइफ को मूव करो!
क्रंचेस का रोल क्या है? हैंडसम सपोर्टिंग एक्टर, लीड नहीं!
फायदा:
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कोर स्ट्रेंथ
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बैलेंस बेहतर
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पोस्चर में सुधार
नुकसान:
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पेट की चर्बी जैसी कोई डील नहीं होती इनसे अकेले!
“Abs in the kitchen बनते हैं, crunches सिर्फ़ दिखावा हैं!”
अगर आप सिर्फ़ पेट की चर्बी के पीछे पड़े हैं और दिन में 100 क्रंचेस ठोक रहे हैं — तो रुकिए… सोचिए… और पूरी बॉडी पर काम करिए।