“Coldrif” बना ‘Deathdrif’: बच्चों की जान ले गया कफ सिरप!

संजीव पाॅल (South Expert)
संजीव पाॅल (South Expert)

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में Coldrif कफ सिरप पीने से अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है। ये सभी मौतें renal failure (गुर्दे की विफलता) के चलते हुईं, जिसका सीधा संबंध सिरप में पाए गए खतरनाक केमिकल Diethylene glycol से जोड़ा गया है।

डॉक्टर गिरफ्तार, फार्मा कंपनी के खिलाफ केस

डॉ. प्रवीण सोनी, जिन्होंने अधिकतर पीड़ित बच्चों को Coldrif सिरप प्रिस्क्राइब किया था, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, तमिलनाडु स्थित Sresan Pharmaceuticals, जो इस सिरप की निर्माता कंपनी है, उस पर भी भारतीय दंड संहिता की धारा 105, 276 और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट की धारा 27(A) के तहत केस दर्ज किया गया है।

“यह लापरवाही नहीं, सीधी आपराधिक जिम्मेदारी है,” — पुलिस अधीक्षक अजय पांडे

SIT जांच में जुटी, सप्लाई चेन और स्रोत पर फोकस

एक Special Investigation Team (SIT) बनाई गई है जो सिरप के निर्माण, डिस्ट्रीब्यूशन और प्रिस्क्रिप्शन तक की पूरी चेन की जांच करेगी। टीम जल्द ही Sresan Pharma के तमिलनाडु स्थित प्लांट में जाकर जांच करेगी कि खतरनाक केमिकल सिरप में कैसे और क्यों मिला।

मेडिकल सिस्टम पर उठे सवाल

Block Medical Officer की रिपोर्ट में साफ हुआ कि ये मौतें सिरप की वजह से हुईं। मामले में ये सवाल उठने लगे हैं:

क्या ड्रग्स की गुणवत्ता की सही जांच हुई थी?

बाजार में खतरनाक दवाइयां कैसे पहुंच गईं?

बच्चों के इलाज में लापरवाही क्यों?

परसिया में सबसे ज़्यादा मौतें

मौतों के मामले मुख्य रूप से परसिया क्षेत्र से आए हैं। शुरुआती लक्षणों में खांसी, जुकाम, फिर तेजी से किडनी फेलियर देखा गया। जांच में सामने आया कि सभी बच्चों को Coldrif सिरप दिया गया था, जिसमें जहरीले तत्व की पुष्टि हुई।

प्रशासन का दावा: दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने भरोसा दिलाया है कि “जो भी इस घटना का ज़िम्मेदार है, उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।”

सार्वजनिक आक्रोश और नियमन पर बहस

इस घटना ने पूरे देश में फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री की जवाबदेही और निगरानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर आम नागरिकों से लेकर डॉक्टरों तक ने बच्चों की मौत पर गुस्सा और दुख जताया है।

सिर्फ दवा नहीं, भरोसे की हत्या!

बच्चों की मौत सिर्फ एक मेडिकल लापरवाही नहीं, बल्कि फार्मा इंडस्ट्री और मेडिकल सिस्टम की बड़ी विफलता है। Coldrif सिरप ने जो ज़हर दिया, वो न केवल मासूमों की जान ले गया, बल्कि लाखों परिवारों के भरोसे को भी जला कर राख कर दिया।

आप क्या कर सकते हैं?

बच्चों को कोई भी दवा देने से पहले डॉक्टर से पूछें। सिरप या दवा का ब्रांड, बैच नंबर और एक्सपायरी डेट ज़रूर देखें। किसी भी दुष्प्रभाव की स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

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