सीएम योगी का जन्मदिन: राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा – गंगा दशहरा का शुभ योग

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए इस बार का जन्मदिन (5 जून) बेहद खास होने जा रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस पर उनका जन्मदिन हमेशा से विशेष रहा है, लेकिन इस बार यह दिन और भी ऐतिहासिक बन जाएगा। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में वह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस दिन का महत्व केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अभूतपूर्व है।

रसड़ा की शादी में दूल्हे की जगह दंगाई बरात चढ़ी

द्वापर युग की शुरुआत और गंगा अवतरण की तिथि – क्यों और खास है यह दिन?

5 जून को ज्येष्ठ शुक्ल दशमी है, जिसे मोक्षदायिनी, पतितपावनी गंगा के धरती पर अवतरण की तिथि माना जाता है। यही वह दिन है जब सतयुग में गंगा मैया धरती पर अवतरित हुई थीं। साथ ही, मान्यता है कि इस तिथि से श्रीकृष्ण के द्वापर युग की भी शुरुआत हुई थी। त्रेता युग में इसी दिन भगवान श्रीराम ने लंका विजय के लिए रामेश्वरम की स्थापना की थी। यह तिथि भारतीय संस्कृति की गहराई और दिव्यता को दर्शाती है।

गोरक्षपीठ और राम मंदिर आंदोलन – तीन पीढ़ियों की संघर्षगाथा

योगी आदित्यनाथ न सिर्फ मुख्यमंत्री हैं, बल्कि गोरखपुर स्थित गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर भी हैं। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और पूज्य गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ ने राम मंदिर आंदोलन को न सिर्फ दिशा दी, बल्कि उसे अंजाम तक पहुँचाया। योगी स्वयं इस परंपरा के उत्तराधिकारी हैं और जबसे वह मुख्यमंत्री बने हैं, अयोध्या का कायाकल्प उनकी प्राथमिकता रही है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या को नया जीवन देने की दिशा में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। आज अयोध्या धार्मिक पर्यटन का वैश्विक केंद्र बनता जा रहा है, जिसमें योगी की दूरदर्शिता और संकल्प की झलक साफ दिखती है।

शुभ मुहूर्त का महत्व – राम मंदिर की हर प्राण प्रतिष्ठा में रहा खास ध्यान

राम मंदिर निर्माण के हर महत्वपूर्ण चरण के लिए शुभ मुहूर्त का चयन किया गया। चाहे वह अक्षय तृतीया पर जयपुर से मूर्तियों का लाना हो या पौष शुक्ल द्वादशी पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा – हर आयोजन भारतीय ज्योतिष और परंपरा की दिव्यता में रचा-बसा है। इस बार की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त भी ज्येष्ठ शुक्ल दशमी का है, जो इस आयोजन को और दिव्यता प्रदान करता है।

योगी आदित्यनाथ का अयोध्या प्रेम – 100 से अधिक दौरे, हर योजना पर नजर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में अयोध्या के विकास के लिए 100 से अधिक बार अयोध्या का दौरा किया है। चाहे राम जन्मभूमि का भूमि पूजन हो, शिलान्यास हो या प्राण प्रतिष्ठा – हर मौके पर उन्होंने अपनी उपस्थिति और प्रतिबद्धता से अयोध्या को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।

इस बार का जन्मदिन, एक ऐतिहासिक दिन

5 जून 2025 को योगी आदित्यनाथ का जन्मदिन केवल एक व्यक्तिगत उत्सव नहीं रहेगा। यह दिन गंगा दशहरा, द्वापर युग की शुरुआत और राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा जैसे आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व से भरपूर रहेगा। यह योगी के लिए व्यक्तिगत और आध्यात्मिक यात्रा में एक नया अध्याय रचेगा और भारत के सांस्कृतिक गौरव की नई इबारत लिखेगा।

घुटनों की जान बचाओ, वजन घटाओ – वरना चलना मुश्किल हो जाएगा

Related posts