
बिहार में विधानसभा चुनावी माहौल गर्म है, और इसी बीच वैशाली जिले की लालगंज सीट से आरजेडी उम्मीदवार शिवानी शुक्ला को फोन पर जान से मारने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया है। शिवानी शुक्ला, बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की बेटी और पूर्व विधायक अनु शुक्ला की पुत्री हैं। धमकी मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई और उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
हैदराबाद से आया था कॉल
पुलिस की शुरुआती जांच में बड़ा खुलासा हुआ — धमकी भरा कॉल हैदराबाद से किया गया था। तकनीकी जांच में पाया गया कि कॉल एक ऐसे नंबर से आया जो रणधीर कुमार के नाम पर है, लेकिन उसे उसके भाई रणजीत कुंवर इस्तेमाल कर रहा था।
दोनों भाइयों के खिलाफ आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आए हैं। कॉलर ने न केवल रंगदारी की मांग की, बल्कि यह भी धमकाया कि पैसा न देने पर गोली मार दी जाएगी।
पुलिस एक्शन में, FIR दर्ज
जैसे ही सूचना मिली, कताहां थाना और वैशाली पुलिस कंट्रोल रूम एक्शन मोड में आ गए। थाना अध्यक्ष ने तुरंत FIR दर्ज कर ली और तकनीकी टीम को टावर लोकेशन ट्रेस करने का निर्देश दिया। पुलिस ने शिवानी शुक्ला और उनकी मां अनु शुक्ला दोनों की सुरक्षा बढ़ा दी है और संदिग्धों की तलाश में छापेमारी जारी है।
शिवानी शुक्ला का बयान – “देखते हैं, धमकी देने वाला आता है या नहीं!”
मीडिया से बातचीत में शिवानी शुक्ला ने धमकी को लेकर बेबाक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा — “कल मैं घटारो गांव में जनसभा करने जा रही हूँ, देखते हैं धमकी देने वाला क्या करता है।”
उनके इस बयान के बाद समर्थकों में जोश बढ़ गया है। आरजेडी खेमे का कहना है कि ये “राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश” है।

बिहार की राजनीति में अब कॉलर ट्यून से ज्यादा खतरनाक हो गए हैं “कॉलर”! जहां बाकी उम्मीदवार पोस्टर पर फोटो छपवा रहे हैं, वहीं शिवानी शुक्ला को सीधा हैदराबाद से कॉलर का “स्पेशल अटेंशन” मिल गया। अब सवाल ये है — क्या बिहार की राजनीति में भी “थ्रेट कॉल” नया कैंपेनिंग ट्रेंड बन गया है?
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच लालगंज का यह मामला चुनावी माहौल को और संवेदनशील बना रहा है। पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन यह घटना दिखाती है कि राजनीति में अपराध और धमकियों की छाया अब भी कायम है।
