
उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा उर्फ़ जलालुद्दीन का नाम इन दिनों सुर्खियों में है — वजह? कथित धर्मांतरण और उसके जरिए अकूत संपत्ति अर्जित करने का खेल।
बाबा ने लोगों को आध्यात्मिक नहीं, आर्थिक रूप से हिलाकर रख दिया — और अब राज्य का बुलडोज़र बाबा की काली कमाई पर गरज रहा है।
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“ये तो सिर्फ़ शुरुआत है…” – बोले मंत्री
राज्य के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने बाबा पर बड़ा हमला बोला। उनका दावा है कि बाबा ने धर्म बदलवाकर बहन-बेटियों की ज़िंदगियाँ तबाह कीं और ग़लत तरीक़े से धन कमाया।
“मुझे लगता है ये तो अभी झांकी है, असली फिल्म बाकी है,” – राजभर
उन्होंने कहा कि इस कृत्य को वह राष्ट्रद्रोह जैसा अपराध मानते हैं और ये संपत्ति ज़रूर जब्त होनी चाहिए।
40 देशों तक फैला ‘बाबा का भक्ति नेटवर्क’?
मंत्री ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय साज़िश से जोड़ते हुए दावा किया कि जलालुद्दीन का नेटवर्क 40 देशों में फैला हुआ है।
सवाल ये है कि – ये बाबा थे या कोई “अंतरराष्ट्रीय एजेंट”?
सरकार अब 18 नामों पर जांच कर रही है, जिनमें एक पूर्व मंत्री का नाम भी चर्चा में है।
योगी आदित्यनाथ ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सोशल मीडिया (एक्स) पर बयान जारी किया।
उन्होंने इसे सिर्फ समाजविरोधी नहीं, राष्ट्रविरोधी गतिविधि करार दिया।
“जलालुद्दीन और उसके गिरोह की संपत्तियां ज़ब्त होंगी और सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।” — CM योगी
सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसियां इस नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।
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कौन-कौन शामिल है?
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कितनी संपत्ति जुटाई गई है?
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किसका समर्थन मिला?
इसका जवाब आने वाले दिनों में सामने आएगा।
बाबा का बुलडोज़र काल शुरू
संत की पोशाक में बैठे ‘संपत्ति प्रेमी बाबा’ की कहानी ने ये तो साफ कर दिया है कि धर्म के नाम पर धंधा करने वालों का समय अब निकल चुका है।
बाबा चाहे किसी भी मजहब से हो – अगर क़ानून तोड़ेगा, तो बुलडोज़र चलेगा ही चलेगा।
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