अरुणाचल में जहां सड़क बंद, वहां सेवा चालू – असम राइफल्स ने कर दिखाया

Lee Chang (North East Expert)
Lee Chang (North East Expert)

अरुणाचल प्रदेश के नोग्लो और लाजू गांवों को जोड़ने वाला एक अहम सड़क मार्ग हाल ही में भूस्खलन और लगातार बारिश के चलते पूरी तरह बंद हो गया था।
यह रास्ता न सिर्फ नागरिकों की आवाजाही, बल्कि आवश्यक सेवाओं की डिलीवरी के लिए भी बेहद जरूरी था।

ऐसे में असम राइफल्स ने वो किया जो कोई और नहीं कर पा रहा था — प्राकृतिक आपदा में रास्ता बना दिया।

मुश्किल मौसम, टूटी सड़क, लेकिन नहीं टूटी हिम्मत

भारी बारिश, कीचड़ और मलबे के ढेर – यही स्थिति थी वहां की। फिर भी असम राइफल्स के जवानों ने बिना रुके, बिना थके काम किया। स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर

  • तेज़ी से निकासी ऑपरेशन चलाया

  • सड़क को साफ़ किया

  • सेफ्टी चेक्स के बाद संपर्क बहाल किया

यह सिर्फ बहाली नहीं, भरोसे की मरम्मत थी।

गांववालों की प्रतिक्रिया – “रक्षक सिर्फ बॉर्डर पर नहीं, गांव में भी हैं”

स्थानीय लोगों और ग्राम पंचायतों ने खुलकर सराहना की। उनका कहना था:

“असम राइफल्स ने हमें ये दिखाया कि आर्मी सिर्फ बॉर्डर की रक्षा नहीं करती, ज़रूरत पड़ने पर गांव की भी करती है।”

उनकी यह कार्रवाई जनकल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और “Seva Parmo Dharma” को दर्शाती है।

Northeast में Development की Backbone बन रही है सेना

पूर्वोत्तर के दूरस्थ इलाकों में बुनियादी ढांचे की चुनौतियां आम हैं। पर ऐसे कठिन समय में जब कोई नहीं आता, असम राइफल्स हमेशा आगे खड़ी मिलती है।

यह कार्रवाई सिर्फ एक सड़क की बहाली नहीं थी, बल्कि सेना और नागरिकों के बीच भरोसे की पुलिया थी।

सैनिक जहां सेवा करें, वो सिर्फ सरहद नहीं – समाज भी होता है

नोग्लो से लाजू के बीच बना ये संपर्क असम राइफल्स की निस्वार्थ सेवा का एक और उदाहरण है। उनका काम बताता है – “जहां ज़रूरत है, वहां सैनिक हैं – और सेवा, उनकी वर्दी का सबसे मजबूत हिस्सा है।”

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