
पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की रहस्यमयी मौत अब एक पेचीदा क्राइम थ्रिलर बनती जा रही है। जहां एक ओर अकील की मौत को आत्महत्या या ओवरडोज़ कहा जा रहा था, वहीं अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, अकील के दाहिने हाथ पर, कोहनी से सात सेंटीमीटर नीचे, सिरिंज का सिर्फ एक निशान पाया गया है — जबकि आमतौर पर ड्रग्स का सेवन करने वाले लोगों के शरीर पर कई निशान होते हैं।
क्या ये पहली बार हुआ इंजेक्शन था?
या फिर किसी और ने लगाया?
अकील का 16 मिनट का वीडियो: उलझी गुत्थी
मौत से पहले सामने आए 16 मिनट और 3 मिनट के दो वीडियो ने केस में भावनात्मक और कानूनी दोनों मोर्चों पर भूचाल ला दिया है।
पहले वीडियो में अकील ने अपने परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे — और अंत में कहा:
“अब देखना ये लोग मुझे मारते हैं या नहीं…”
लेकिन नए वीडियो में कहानी पलटती दिख रही है।
इसमें अकील कहते हैं:
- “मुझे उस वक्त क्या हो गया था, पता नहीं।”
- “परिवार ने बीमारी में बहुत अच्छे से देखभाल की।”
- “शायद इसी को पागलपन कहते हैं…”
और आखिर में एक फिर वही लाइन…

“अब देखता हूं ये लोग मुझे मारते हैं या नहीं…”
क्या ये किसी दबाव में कही गई बातें थीं? या सच्चाई?
हरियाणा पुलिस की SIT ने संभाली जांच
एसीपी विक्रम नेहरा के नेतृत्व में गठित विशेष जांच टीम (SIT) अब इस केस की गहराई से जांच कर रही है। SIT का फोकस इन बिंदुओं पर है:
- ड्रग्स का प्रकार और स्रोत क्या था?
- सिर्फ एक इंजेक्शन का निशान क्यों?
- अकील के वीडियो में दिए गए बयान कितने विश्वसनीय हैं?
परिवार पर गंभीर आरोप, FIR दर्ज
अकील के पड़ोसी की तहरीर पर पिता मोहम्मद मुस्तफा, मां, बहन, और बहू पर एफआईआर दर्ज की गई है। FIR में आरोप है कि अकील की मानसिक स्थिति को नजरअंदाज किया गया और उसे प्रताड़ित किया गया।
अब सवाल उठता है…
क्या अकील की मौत आत्महत्या थी, या साजिश? क्या परिवार में वाकई कुछ छिपाया जा रहा है? और सबसे बड़ा सवाल — जब पिता खुद राज्य के पूर्व DGP हों, तो न्याय कितनी जल्दी मिलेगा?
Zelensky: ट्रंप-पुतिन से होगी मुलाक़ात तो… हम भी तैयार हैं, बशर्ते बुलावा आए
