
हरियाणा में बीजेपी ने 42 सीटों पर नए प्रभारी तय कर दिए, पर एक नाम ऐसा छूटा कि सियासत के गलियारों में ठंडी हवा भी गर्म हो ली — जी हां, अनिल विज!
BJP की नई रणनीति, पर ‘विज’ कहां हैं जी?
BJP ने उन सीटों पर प्रभारी लगाए हैं, जहां पिछली बार हार का मुंह देखना पड़ा। लेकिन अनिल विज, जो पार्टी के सबसे सीनियर और सबसे ज्यादा ट्विटर पर वायरल होने वाले नेता हैं, वो लिस्ट में नहीं हैं।
अनिल विज बोले – “जिब सबनै एक-एक सीट दी, म्हारे त पूरा हरियाणा देखना है जी!”
जब रिपोर्टर ने पूछा – “आपका नाम लिस्ट में क्यों नहीं?”
विज बोले – “बाकी सब तो सिर्फ एक-एक सीट देखेंगे, पर मैं पूरे हरियाणा का निरीक्षक बनके घूमूंगा। मेरे जिम्मे तो पूरा प्रदेश है जी।”
साथ ही जोड़ दिया – “मैं कार्यकर्ताओं की कुशलक्षेम पूछूंगा और सरकारी कामकाज का खुद जायज़ा लूंगा। जिन अफसरों में ढील पाई गई, उनपे एक्शन ठोकूंगा।”
न मंत्री पद, न सूची में नाम – पर विज फिर भी केंद्र में!
72 साल के अनिल विज ने लगातार सातवीं बार अंबाला छावनी से जीत दर्ज की। जनता का विश्वास उनके पास पूरा है, पर सरकार में न मंत्री पद मिला, न लिस्ट में प्रभारी की ज़िम्मेदारी।
अब पूछने वाले पूछ रहे हैं – “क्या विज से डर गई है पार्टी या पार्टी को ‘विजिबिलिटी’ कम करनी है?”
विज बनाम खट्टर-सैनी – पुराना टकराव, नई कहानी
खट्टर साहब के साथ पहले भी इनके तालमेल में ज्यादा ‘मेल’ नहीं था, और नए CM सैनी जी से भी ट्यूनिंग कुछ खास नहीं दिखती।
कुछ महीने पहले विज ने सैनी सरकार की कार्यशैली पर भी सवाल ठोक दिए थे – बोले थे, “काम धरातल पे दिखना चाहिए, कागज पे नहीं!”
BJP की असली चाल क्या है?
हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहनलाल बडोली ने ये लिस्ट जारी की है। सूत्र कह रहे हैं – “2029 के चुनावों की तैयारी शुरू है। विपक्षी सीटों पर पकड़ बनानी है।”
लेकिन सवाल अब भी वही –“अनिल विज कहां फिट होंगे इस रणनीति में?”
“भाई, जे कोई छोटा मोटा बंदा नहीं, ‘विज’ नाम है – खुदे चलता-फिरता CAG!”
विज बोले –
“म्हारे पास अनुभव है, स्टाइल है, और हरियाणा घूमने का दम है!”
पार्टी कुछ भी कहे, लेकिन उनके समर्थक मानते हैं – “लिस्ट में नाम हो या न हो, हरियाणा में वोट तो विज स्टाइल पे ही पड़ते हैं!”