
Air India फ्लाइट 171 में केबिन क्रू रही 25 वर्षीय लैमनुनथेम सिंगसन का पार्थिव शरीर आज मणिपुर के कांगपोकपी जिले स्थित उनके घर लाया जा रहा है। हादसे के बाद उनकी DNA पहचान के उपरांत बुधवार को शव उनके परिवार को सौंपा गया था।
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नागालैंड के रास्ते लौटीं, इंफाल से परहेज
जातीय तनाव के चलते लैमनुनथेम का शव इंफाल की बजाय दीमापुर हवाई अड्डे से नागालैंड होते हुए कांगपोकपी लाया गया।
कुकी स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, पार्थिव शरीर को आज दोपहर 1 बजे रिसीव किया गया और अब लगभग 250 किमी के सफर के बाद रात में घर पहुंचने की उम्मीद है।
कल होगा अंतिम संस्कार, आज घर पर अंतिम विदाई कार्यक्रम
परिवारवालों के अनुसार, अंतिम संस्कार शुक्रवार को कांगपोकपी के सार्वजनिक कब्रिस्तान में होगा। इससे पहले, स्थानीय लोग, पत्रकार और रिश्तेदार उनके घर पर प्रार्थना सभाएं और श्रद्धांजलि कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं।
DNA जांच के बाद मिला शव, भाई से हुआ मैच
लैमनुनथेम के शव की पहचान डीएनए मिलान के बाद की गई, जिसमें उनके भाई का नमूना मैच हुआ। परिवार में मां, दो बड़े भाई और एक छोटा भाई हैं। इस हादसे के बाद पूरे समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है।
अब भी नहीं मिला नगंथोई शर्मा का शव
वहीं, फ्लाइट 171 की ही 20 वर्षीय नगंथोई शर्मा, जो मणिपुर के थौबल जिले से थीं, अब तक लापता हैं। उनकी बहन गीतांजलि अहमदाबाद में हैं और डीएनए टेस्ट रिपोर्ट का इंतजार कर रही हैं। नगंथोई की मां की हालत बेहद खराब बताई जा रही है।
अब तक 210 में से 187 शव सौंपे गए
गुजरात सरकार की जानकारी के अनुसार, फ्लाइट 171 के क्रैश में मारे गए 210 लोगों में से 187 के शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं। बाक़ी की पहचान DNA जांच के ज़रिए की जा रही है।
लैमनुनथेम सिंगसन की आखिरी उड़ान उन्हें उस धरती पर लौटा लाई, जहां उन्होंने अपने सपनों की शुरुआत की थी। मणिपुर की इस बेटी की मौत एक निजी दुख नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय क्षति है। वहीं, नगंथोई शर्मा जैसे कई परिवार आज भी उम्मीद और DNA रिपोर्ट की प्रतीक्षा में हैं।
हमारी संवेदनाएं उन सभी परिवारों के साथ हैं जिन्होंने इस भयानक हादसे में अपनों को खोया।