
भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की सहमति के बाद जम्मू-कश्मीर में ज़िंदगी पटरी पर लौटने लगी है। भारी गोलाबारी और तनाव के बाद अब श्रीनगर, रियासी और पुंछ जैसे इलाकों में स्कूल और बाजार खुलने शुरू हो गए हैं।
श्रीनगर में फिर से रौनक
श्रीनगर में मंगलवार से स्कूल खुल गए हैं। स्टूडेंट्स सामान्य तरीके से स्कूल जाते दिखाई दिए। रियासी ज़िले में भी स्कूल खुल चुके हैं और जनजीवन फिर से सामान्य हो रहा है।
उरी और सांबा में अभी भी अलर्ट
हालांकि, उत्तरी कश्मीर के बारामुला ज़िले में स्थित उरी सेक्टर और जम्मू के सांबा क्षेत्र में स्कूल अभी भी बंद हैं। यहां सुरक्षा कारणों से सतर्कता बरती जा रही है।
पुंछ में बाजार खुले, लेकिन डर कायम
पुंछ में भी धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य हो रहा है। बाजारों में रौनक लौट रही है, लेकिन लोग अभी भी हालिया संघर्ष की यादों से उबर नहीं पाए हैं।
ड्रोन्स की गतिविधि: सेना की निगरानी जारी
सोमवार देर रात सांबा सेक्टर में धमाके की आवाज़ सुनाई दी थी। सेना के अनुसार, “कुछ संदिग्ध ड्रोन्स देखे गए, जिन्हें निष्क्रिय कर दिया गया। चिंता की कोई बात नहीं है।”
हालांकि ड्रोन की मौजूदगी ने सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया है।
अमन की उम्मीद
भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ वार्ता के बाद 10 मई को संघर्ष विराम पर सहमति बनी थी। अब इसके ज़मीनी असर दिखने लगे हैं — लोग काम पर लौट रहे हैं, बच्चे स्कूल जा रहे हैं और बाजारों में हलचल नजर आ रही है।
IPL 2025 फिर से शुरू होगा: BCCI ने जारी किया नया शेड्यूल, 3 जून को होगा फाइनल
भारत-पाक तनाव और ग्लोबल समझौतों के बीच शेयर बाजार गिरा, सेंसेक्स 788 अंक टूटा