
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ शहर में परिवहन व्यवस्था को नई ऊंचाई देने के लिए सूतमील चौराहे पर प्रस्तावित 7 मंजिला बस स्टैंड को लेकर बड़ी तैयारी शुरू हो चुकी है।
यह प्रोजेक्ट PPP (Public-Private Partnership) मॉडल पर विकसित किया जा रहा है और इसे लखनऊ के आलमबाग बस स्टैंड की तर्ज पर डिजाइन किया गया है।
42 हजार वर्ग मीटर में बनेगा Mega Bus Terminal
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (ADA) के अनुसार, यह बस टर्मिनल करीब 42,000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा।
यह सिर्फ बसों का ठिकाना नहीं होगा, बल्कि एक Integrated Transport & Commercial Hub के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां यात्रियों की हर जरूरत का ध्यान रखा गया है।
बस स्टैंड में होटल, पार्किंग और वर्कशॉप भी
इस 7-मंजिला बस स्टैंड की सबसे बड़ी खासियत इसकी मल्टी-यूटिलिटी फैसिलिटीज़ हैं—
- 400 बसों की पार्किंग क्षमता
- यात्रियों और ड्राइवरों के लिए 20+ कमरों वाला होटल
- बसों की मरम्मत और तकनीकी जांच के लिए अत्याधुनिक वर्कशॉप
- लिफ्ट, मशीन रूम, वाटर टैंक और स्मार्ट बिल्डिंग सिस्टम
- निजी वाहनों के लिए अलग पार्किंग व्यवस्था
यानी सफर से पहले और सफर के बाद, यात्रियों को आराम + सुविधा दोनों एक ही जगह मिलेंगी।
Commercial Angle: बस स्टैंड बनेगा Revenue Generator
यह प्रोजेक्ट सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि कमाई का मॉडल भी है। PPP मॉडल के तहत विकसित होने वाले इस टर्मिनल में कमर्शियल स्पेस, होटल और अन्य सेवाएं सरकार और निजी कंपनी—दोनों के लिए राजस्व का जरिया बनेंगी।
इस प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी Vitalics Private Limited को सौंपी गई है।

नक्शे पर अटका मामला, ADA ने उठाए सवाल
हालांकि प्रोजेक्ट को लेकर उत्साह है, लेकिन नक्शा स्वीकृति को लेकर थोड़ी अड़चन सामने आई है। परिवहन विभाग द्वारा नक्शा पास कराने के आवेदन के बाद ADA ने— स्वामित्व (Ownership), NOC,नक्शे के तकनीकी स्वरूप को लेकर कुछ आपत्तियां जताई हैं। इसी वजह से फिलहाल नक्शा पास होने में थोड़ा समय लग सकता है।
Aligarh ही नहीं, आसपास के शहरों को भी फायदा
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद न सिर्फ अलीगढ़, बल्कि हाथरस, कासगंज, बुलंदशहर और आसपास के जिलों के यात्रियों को भी बड़ा फायदा मिलेगा। सूतमील चौराहा धीरे-धीरे Regional Transport Hub के रूप में उभर सकता है।
7 मंजिला बस स्टैंड अलीगढ़ के लिए सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि Infrastructure Upgrade + Urban Convenience + Economic Boost का कॉम्बो पैकेज है। अब नजर इस बात पर टिकी है कि नक्शा कब पास होता है और निर्माण कब जमीन पर उतरता है।
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