
गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आज (17 अक्टूबर 2025) दोपहर 12:30 बजे जो नज़ारा दिखा, वो किसी पॉलिटिकल रियलिटी शो से कम नहीं था।
कैबिनेट विस्तार का दिन था, फोन कॉल्स की घंटियां बजीं, और विधायकों के चेहरे पर मुस्कान से ज्यादा सस्पेंस था – “भाई, मेरा नाम आया क्या?”
हर्ष सांघवी: अब मंत्री नहीं, ‘डिप्टी CM साहब’
सबसे पहले शपथ ली हर्ष सांघवी ने — और ली भी क्या! अब वो सिर्फ ‘मंत्री’ नहीं, गुजरात के डिप्टी चीफ मिनिस्टर हैं। जिन्हें कभी सोशल मीडिया स्टार माना जाता था, अब वो गुजरात की सत्ता के सिंहासन पर एक पायदान और ऊपर चढ़ गए।
कभी ट्विटर पर ट्रेंड करते थे, अब कैबिनेट में टॉप पर हैं।
रिवाबा जडेजा: कैबिनेट तक का सफर
क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी और जामनगर की विधायक रिवाबा जडेजा ने भी शपथ ली — और ऐसा लग रहा है मानो “राजकोट की बेटी अब गांधीनगर की रानी” बन गई हैं।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग से पढ़ाई, करणी सेना की महिला विंग की कमान, और अब मंत्री पद — बॉलिंग नहीं, अब बजट की लाइन लेंथ देखनी है!
जाति + क्षेत्र = कैबिनेट समीकरण
भूपेंद्र पटेल की टीम ने सिर्फ चेहरों को नहीं बदला, जातीय और क्षेत्रीय गणित को भी पूरा ट्यून किया:
- पाटीदार समुदाय से 6 मंत्री
- OBC से 8
- SC/ST से 7
- क्षत्रिय से 2
- ब्राह्मण और जैन से भी प्रतिनिधित्व
गुजरात में सरकार अब ‘जाति-मैप’ से चलती है, Google Maps से नहीं।
IN: त्रिकम छांगा, स्वरूपजी ठाकोर, कौशिक वेकरिया, अर्जुन मोढवाडिया, हर्ष सांघवी, रिवाबा जडेजा जैसे नए-पुराने चेहरे
OUT: राघवजी पटेल, मुलुभाई बेरा, मुकेश पटेल समेत 9 मंत्रियों को कैबिनेट से ‘Thank You For Service’ कह दिया गया।
पुराने को हटाना, नए को सजाना — ये राजनीति का फैशन है भाई!
क्षेत्रीय बैलेंस भी किया सेट
- सौराष्ट्र-कच्छ: 9 मंत्री
- मध्य गुजरात: 6
- दक्षिण गुजरात: 5
- उत्तर गुजरात: 4
- अहमदाबाद से भी एक मंत्री (दर्शन वाघेला)
हर इलाके को मिठाई का एक टुकड़ा मिला, कोई भूखा नहीं रहा इस बार।
गुजरात में 11 साल में 4 बार ‘कैबिनेट रीलोड’
- 2016: आनंदीबेन गईं
- 2021: रूपाणी सरकार ने सामूहिक इस्तीफा
- 2021 (फिर): भूपेंद्र पटेल अकेले बचे
- 2025: फिर से पूरी कैबिनेट ‘रिफ्रेश’
गुजरात में कैबिनेट का Reset बटन हर 3 साल में खुद दब जाता है।
पूरी नई मंत्री सूची एक नजर में:
25 नए चेहरे, जिनमें हैं:
- रिवाबा जडेजा
- हर्ष सांघवी
- त्रिकम छांगा
- ऋषिकेश पटेल
- कांति अमृतिया
- कौशिक वेकरिया
- मनीषा वकील
- रमेश कटारा
- अर्जुन मोढवाडिया
- कनुभाई देसाई … और अन्य
गिनती से लग रहा है जैसे IPL की टीम सिलेक्शन चल रही हो!
भूपेंद्र पटेल 2.0 का मंत्रिमंडल सिर्फ नामों का खेल नहीं है – ये है “कैडर + क्लास + कैलकुलेशन” का परफेक्ट पॉलिटिकल कॉम्बो।
अब देखना ये है कि ये नई टीम गुजरात के मैदान में रन बनाएगी, या सियासी LBW में फंस जाएगी।