
1 जनवरी 2025 तक जापान में स्थानीय नागरिकों की संख्या करीब 12 करोड़ रह गई है — और इसमें भी 9 लाख 8 हज़ार 574 लोग कम हो गए हैं। अब सवाल ये है कि क्या ये लोग किसी Secret Ninja Academy में छुपा लिए गए हैं या सच में जनसंख्या घट रही है?
जापान में जन्म दर गिर रही है, लेकिन बुज़ुर्गों की संख्या उसी स्पीड से बढ़ रही है जैसे जापानी ट्रेनें बिना रुके स्टेशन पार कर जाती हैं।
Birth कम, Death ज़्यादा = Population Down
अब इसे समझिए: जापान में हर दिन ज़्यादा लोग अंतिम संस्कार की लाइन में हैं, और कम लोग Naming Ceremony में। युवा लोग शादी से ज़्यादा करियर और कैरियर से ज़्यादा अकेले Netflix पसंद कर रहे हैं। नतीजा? बच्चे नहीं हो रहे।
“जब Tinder ज़्यादा चलता है और शादी कम, तो जनसंख्या की स्पीड धीमी ही होगी।”
विदेशी आ रहे हैं, लेकिन Mostly Temporary
जैसे ही जापान के लोकल लोग घट रहे हैं, विदेशी वर्कर्स की एंट्री हो रही है। इन्हें जापान का ‘Guest Mode’ समझिए — आए, काम किया और चले गए।
इन foreign workers की वजह से जापान की total आबादी थोड़ी स्टेबल है, लेकिन इन्हें citizenship देना अभी भी ‘Pending Friend Request’ जैसा है।
जापान की गवर्नमेंट क्या कर रही है?
सरकार ने कई नीतियाँ चलाई हैं — जैसे कि:
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शादी को प्रोत्साहन देने के लिए सरकारी डेटिंग ऐप (अभी तक Cringe Mode ON)
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चाइल्ड केयर सब्सिडी (लेकिन बच्चे हों तो न!)
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Immigration policies में कुछ नरमी (थोड़ी ही)
लेकिन जापान के Millennial और Gen-Z युवा कह रहे हैं:
“हम बच्चे नहीं पाल सकते, पहले खुद के बिल तो भर लें!”
क्या होगा आगे?
अगर यही ट्रेंड चलता रहा, तो अगला ओलंपिक रोबोट्स और विदेशी वर्कर्स की टीमों के बीच हो सकता है। और जापान की पारंपरिक सभ्यता को बचाने के लिए AI-powered Geisha ही इकलौता रास्ता रह जाएगा।
जापान की लोकल आबादी गिर रही है, Foreigners की Entry बढ़ रही है, और सरकार की नीतियाँ अभी भी “Buffering…” मोड में हैं।
ये कोई Sci-fi मूवी नहीं, बल्कि 2025 का Real-time demographic thriller है — जिसमें जनसंख्या गायब हो रही है, और कोई ‘CTRL+Z’ नहीं है!
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